तू न कातिल हो तो कोई और ही हो ,
तेरे कूचे की शहादत ही भली ................
-----ग़ालिब
maanga karenge ab se dua hijr-e-yar ki ,
kyo ki dushmani jo hai asar ko dua ke sath
तेरे चेहरे को भूल जाना तो बेहद आसान था ,
मुश्किल तो तब हुई जब तेरा मिजाज याद आया ....
jaam jab bhi peeta hu muh se kahta hu 'bismillah'
koun kahta hai rindo ko khuda yad nahi .......
--------ek kavi sammelan me suna
कहा तो था उसने के अपना बना के छोडेगा ''फ़राज़ ''
और हुवा भी यु....के अपना बना के छोड़ दिया...
हुस्न को बेनकाब होना था ,
शौक को कामयाब होना था ,
कुछ उसकी निगाह काफिर थी ,
कुछ मुझे भी ख़राब होना था ........
तेरी निगाह-ए-शौक से वो शराब पी मैंने ,
तमाम उम्र फिर न होश का दावा किया मैंने .....
मांगते तो जान भी लुटा देते उन पर ,
बिना मांगे दिल ले गए ये ठीक बात नहीं......!!!
हम ये नहीं कहते कि कोई उनके लिये दुआ ना मांगे,
बस इतना चाहते है कि कोई दुआ मे उनको ना मांगे...
मंजिल भी उसकी थी ,रास्ता भी उसका था .
एक मैं अकेला था काफिला भी उसका था ,
राह मे साथ चलने की मर्जी भी उसकी थी ,
फिर राह मे साथ छोड़ने का फैसला भी उसका था ,
आज मैं अकेला हू तो दिल सवाल करता है ,
लोग तो सब उसके थे क्या खुदा भी उसका था .....
hamary baad nahi ayega usay chahat ka aisa mazaa nadir,
wo logon se khud kehta phiry ga muhjy chaho uski tarhan....
वो ज़हर देता तो दुनिया की नजरो मे आ जाता ,
सो उसने ये किया की वक्त पे दुआ न दी ..........
Zaruri nahi ki tum bhi wafa nibhao hamse,
Hum to teri bewafai par bhi marte ha
ये जो मोहलत जिसे कहते है उम्र ,
देखो तो इंतजार सा है कुछ ........
----मीर
जूनून के नगमे वफाओ के गीत गाते हुए ,
हमारी उम्र कटी जख्म-ए-दिल को छुपाते हुए ,
दुनिया मे हमने एक तुम्ही को चाहा था
तुम्हे ख्याल भी न आया ये दिल दुखाते हुए
फासला पत्थर को भी बना देता है चाँद,
चाँद जब भी चमके हाथ बढा के देखो,,
फासला नजरो का धोका भी हो सकता है ,
चाँद जब भी चमके हाथ बढा के देखो .....
किससे कहें की छत की मुंडेरों से गिर पड़े ,
हमने तो खुद ही पतंग उडाई थी शौकिया
साहिल के तलबगार ये बात जान ले ,
दरिया-ए-मुहब्बत के किनारे नहीं होते
Na koi vaadaa na koi yaqin, na koi ummeed
magar hamein to teraa intazaar karnaa thaa..
~Firaq~
Saturday, March 6, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment